bareilly trishul airways fighter viman
त्रिशूल एयर बेस बरेली में स्थित एक महत्वपूर्ण वायु सेना बेस है, जो भारतीय वायु सेना के उत्तरी कमान के अधीन आता है। यह एयर बेस चीन की सीमा के पास स्थित है, और यहां से वायु सेना के विमान चीन की सीमा पर निगरानी रखते हैं।
त्रिशूल एयर बेस की स्थापना वर्ष 1962 में हुई थी, जब भारत और चीन के बीच युद्ध हुआ था। इस एयर बेस का नाम त्रिशूल रखा गया था, जो हिंदू धर्म में भगवान शिव के त्रिशूल का प्रतीक है।
त्रिशूल एयर बेस ने कई महत्वपूर्ण अभियानों में भाग लिया है, जिनमें सर्जिकल स्ट्राइक और केदारनाथ आपदा के दौरान राहत अभियान शामिल हैं। यह एयर बेस वायु सेना के विमानों के लिए एक महत्वपूर्ण आधार है, और यहां से विमान चीन की सीमा पर निगरानी रखते हैं।
त्रिशूल एयर बेस की अहम भूमिका इस प्रकार है:
1. *चीन की सीमा पर निगरानी*: त्रिशूल एयर बेस चीन की सीमा के पास स्थित है, और यहां से वायु सेना के विमान चीन की सीमा पर निगरानी रखते हैं।
2. *सर्जिकल स्ट्राइक*: त्रिशूल एयर बेस ने सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यहां से वायु सेना के विमानों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया था।
3. *केदारनाथ आपदा*: त्रिशूल एयर बेस ने केदारनाथ आपदा के दौरान राहत अभियान में भाग लिया था। यहां से वायु सेना के विमानों ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाई थी।
त्रिशूल एयर बेस की सुरक्षा के लिए वायु सेना ने विशेष इंतजाम किए हैं। यहां से वायु सेना के विमानों की निगरानी के लिए रडार और अन्य सुरक्षा उपकरण लगाए गए हैं।
त्रिशूल एयर बेस के आसपास के क्षेत्र में कई प्रमुख शहर और स्थल हैं, जिनमें बरेली, लखनऊ, और आगरा शामिल हैं। यह एयर बेस उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के साथ जुड़ा हुआ है।
त्रिशूल एयर बेस की महत्ता इस प्रकार है:
1. *चीन की सीमा पर सुरक्षा*: त्रिशूल एयर बेस चीन की सीमा पर सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
2. *वायु सेना के लिए आधार*: यह एयर बेस वायु सेना के विमानों के लिए एक महत्वपूर्ण आधार है।
3. *राहत अभियान में भागीदारी*: त्रिशूल एयर बेस ने कई राहत अभियानों में भाग लिया है, जिनमें केदारनाथ आपदा के दौरान राहत अभियान शामिल है।
इस प्रकार, त्रिशूल एयर बेस एक महत्वपूर्ण वायु सेना बेस है, जो चीन की सीमा पर सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यहत्रिशूल एयर बेस बरेली में स्थित एक महत्वपूर्ण वायु सेना बेस है, जो भारतीय वायु सेना के उत्तरी कमान के अधीन आता है। यह एयर बेस चीन की सीमा के पास स्थित है, और यहां से वायु सेना के विमान चीन की सीमा पर निगरानी रखते हैं।
सेवानिवृत्त एयरमार्शल अशोक गोयल ने कहा है कि सभी सेनाओं में वायुसेना का मजबूत होना सबसे ज्यादा जरूरी है। उनका यह बयान देश की सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण है ।
एयरमार्शल अशोक गोयल की पृष्ठभूमि बहुत ही प्रभावशाली है। उन्होंने कारगिल युद्ध से पहले पाकिस्तानी घुसपैठियों की टोह लेने के लिए कई उड़ानें भरी थीं। उनकी इस बहादुरी के लिए उन्हें अति विशिष्ट सेवा पदक और परम विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया था ।
एयरमार्शल अशोक गोयल के बयान से यह स्पष्ट होता है कि देश की सुरक्षा के लिए वायुसेना का मजबूत होना बहुत जरूरी है। सरकार को वायुसेना को मजबूत बनाने के लिए और अधिक प्रयास करने होंगे ।
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