NEET PG 2025: एक शिफ्ट में परीक्षा, सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला और फर्जी नोटिस पर चेतावनी

 

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NEET PG 2025: एक परीक्षा, कई बदलाव – छात्रों के लिए क्या है जरूरी जानना?

लेखक: अफसाना वहीद

NEET PG (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट – पोस्ट ग्रेजुएट) 2025 को लेकर हाल ही में जो घटनाएं सामने आई हैं, वे न केवल छात्रों के लिए अहम हैं, बल्कि पूरे शिक्षा तंत्र पर सवाल भी उठाती हैं। एक ओर सुप्रीम कोर्ट का सख्त आदेश कि परीक्षा एक ही शिफ्ट में होनी चाहिए, वहीं दूसरी ओर फर्जी नोटिस और सोशल मीडिया पर फैलती अफवाहें। ऐसे माहौल में छात्रों के मन में भ्रम और चिंता का होना स्वाभाविक है।

इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि NEET PG 2025 के साथ क्या हो रहा है, सुप्रीम कोर्ट का क्या आदेश है, और छात्रों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।


📍 क्या है NEET PG 2025?

NEET PG भारत में मेडिकल स्नातकोत्तर (MD/MS/Diploma) पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने के लिए होने वाली एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है। यह परीक्षा हर साल लाखों छात्र देते हैं जो अपने मेडिकल करियर को एक नई ऊँचाई पर ले जाना चाहते हैं।


⚖️ सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला – एक ही शिफ्ट में हो परीक्षा

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी, जिसमें कहा गया कि NEET PG परीक्षा को दो शिफ्ट्स में कराने से छात्रों के बीच अनुचित लाभ/हानि हो सकती है। याचिकाकर्ताओं ने यह तर्क दिया कि दो अलग-अलग पेपर होने से कठिनाई स्तर में अंतर आता है, जिससे मेरिट लिस्ट प्रभावित होती है।

इस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि—

"एक ही परीक्षा के लिए दो पेपर, दो शिफ्ट, दो मानक – ये प्रक्रिया उचित नहीं कही जा सकती। परीक्षा को एक ही शिफ्ट में आयोजित किया जाना चाहिए।"

इस फैसले के बाद NBEMS (National Board of Examinations in Medical Sciences) ने परीक्षा को postpone कर दिया और अब यह 3 अगस्त 2025 को एक ही शिफ्ट में आयोजित की जाएगी।


📅 नई शेड्यूल: NEET PG 2025

प्रक्रिया तिथि
परीक्षा तिथि 3 अगस्त 2025
सिटी अलॉटमेंट स्लिप 21 जुलाई 2025
एडमिट कार्ड जारी 31 जुलाई 2025
परीक्षा मोड ऑनलाइन (CBT) – एकल शिफ्ट

🚨 फर्जी संदेशों और नोटिस से सावधान!

परीक्षा के आस-पास फर्जी SMS, ईमेल और व्हाट्सएप मैसेज छात्रों को मिल रहे हैं जिसमें परीक्षा के टलने या विशेष सुविधा मिलने का झूठा दावा किया जा रहा है। NBEMS ने एक आधिकारिक चेतावनी जारी की है जिसमें कहा गया:

"कृपया केवल NBEMS की वेबसाइट www.natboard.edu.in और https://nbe.edu.in से ही जानकारी प्राप्त करें। किसी भी अनधिकृत व्यक्ति या सोर्स से मिली सूचना पर भरोसा न करें।"

यह चेतावनी छात्रों को सतर्क करने के लिए दी गई है ताकि वे किसी भी धोखाधड़ी या जालसाजी का शिकार न हों।

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🎯 छात्रों के लिए क्या जरूरी है इस समय?

  1. आधिकारिक वेबसाइट से ही जानकारी लें
    किसी भी परीक्षा संबंधित अपडेट के लिए केवल NBEMS की वेबसाइट पर जाएं। सोशल मीडिया या WhatsApp यूनिवर्सिटी ग्रुप्स पर फैली अफवाहों से बचें।

  2. समय प्रबंधन के साथ पढ़ाई करें
    अब जब परीक्षा की नई तारीख आ चुकी है, तो यह समय रिवीजन और मॉक टेस्ट्स पर ध्यान देने का है। रणनीति बनाकर पढ़ाई करें।

  3. मानसिक रूप से स्थिर रहें
    परीक्षा में सफल होने के लिए सिर्फ विषय ज्ञान ही नहीं, बल्कि मानसिक संतुलन भी ज़रूरी होता है। योग, मेडिटेशन और परिवार का साथ इसमें सहायक हो सकता है।

  4. डॉक्यूमेंट्स तैयार रखें
    Admit card डाउनलोड करने की तिथि 31 जुलाई है। उस दिन वेबसाइट बार-बार क्रैश हो सकती है, इसलिए जल्दी डाउनलोड करें और प्रिंट निकाल कर रख लें।


🧠 क्या Supreme Court का फैसला लंबी दूरी में सही है?

बिलकुल। यह फैसला उन छात्रों के लिए राहत लेकर आया है जिन्हें अक्सर यह शिकायत रहती थी कि दो शिफ्ट्स में अलग-अलग कठिनाई स्तर के पेपर होते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने न सिर्फ इस असमानता को खत्म किया, बल्कि शिक्षा प्रणाली में विश्वास को और भी मजबूत किया है। एक ही शिफ्ट का पेपर सभी छात्रों को समान अवसर देगा।


💡 छात्रों के मन की बातें

राहुल यादव, एक MBBS इंटर्न जो NEET PG की तैयारी कर रहे हैं, कहते हैं:

"पहले जब सुना कि दो शिफ्ट में परीक्षा होगी, तो घबराहट हुई थी। लेकिन अब एक ही शिफ्ट में होगी, तो लगेगा सबके लिए बराबरी है।"

वहीं पूजा सिंह, जो बिहार से तैयारी कर रही हैं, बताती हैं:

"हर साल कुछ न कुछ विवाद होता ही है NEET PG को लेकर। लेकिन अगर सुप्रीम कोर्ट ने ध्यान दिया है, तो शायद अब कुछ स्थिरता आए।"


📌 निष्कर्ष: परीक्षा से ज़्यादा जरूरी है पारदर्शिता और सुरक्षा

NEET PG जैसे बड़े स्तर की परीक्षा में पारदर्शिता, निष्पक्षता और मानसिक स्थिरता सबसे ज़्यादा जरूरी होती है। सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप और NBEMS की सजगता यह दर्शाती है कि भारत में शिक्षा को गंभीरता से लिया जा रहा है।

छात्रों के लिए यह वक्त है खुद को बेहतर साबित करने का। जब सारी बातें अपने नियंत्रण में नहीं होतीं, तब एकमात्र रास्ता यही बचता है कि हम अपने प्रयासों को बेहतर करें और विश्वास बनाए रखें


आपकी मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती। इस परीक्षा में सफलता मिले या अनुभव—दोनों ज़िंदगी को मजबूत बनाते हैं।

शुभकामनाएं।


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